रायपुर। कबीरधाम जिले में हुए भीषण सड़क हादसे के बाद प्रदेश का परिवहन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। परिवहन उड़नदस्ता ने रायपुर, बलौदा बाजार, महासमुंद, गरियाबंद जिले में पिकअप वाहनों की जांच की। परिवहन उड़नदस्ता प्रभारी ने बताया कि बुधवार को पिकअप वाहनों की चेकिंग की गई। इसमें 20 से अधिक गाड़ियों पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा कई चार पहिया वाहन चालकों को समझाइश देकर छोड़ा गया कि वाहनों में कैपिसिटी से अधिक सवारी को नहीं ले जाए। मालवाहक वाहनों में सवारी नहीं बिठाए। इसके अलावा गाड़ियों के वाहनों के फिटनेस, परमिट सहित दस्तावेज भी चेक किए जा रहे हैं।
परिवहन आयुक्त एस। प्रकाश और अपर परिवहन आयुक्त डी। रविशंकर ने इंद्रावती भवन में 21 मई को परिवहन अधिकारियों की मीटिंग में ली और राज्यव्यापी चेकिंग के निर्देश दिए।
परिवहन उड़नदस्ता प्रभारी महेंद्र कुलदीप ने बताया कि कवर्धा जैसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए विभाग सजग है। ऐसी गाड़ियां, जो मालवाहक है लेकिन उनमें पैसेंजर को बिठाए जा रहे हैं। उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। परिवहन उड़नदस्ता रायपुर की टीम रायपुर, महासमुंद, गरियाबंद और बलौदा बाजार जिले में लगातार कार्रवाई कर रही है।
बता दें कि सोमवार को बैगा आदिवासी समुदाय के 30 से 35 लोग जंगल अपने रोजगार यानी जीवनयापन के लिए तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जंगल गए हुए थे। तेंदूपत्ता तोड़कर सभी पिकअप वाहन में सवार होकर सभी अपने घर लौट रहे थे। इस दौरान पिकअप का ब्रेक फेल होने के बाद ड्राइवर वाहन से कूद गया। पिकअप आगे जाकर कुकदूर थाना क्षेत्र के बहपानी गांव के मोड़ के पास 30 फीट से अधिक गहरी खाई में गिर गई। यह घटना दोपहर करीब 12 बजे हुई।
इस घटना से मौके पर 13 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना के बाद घायलों को तुरंत कुकदूर सामुदायिक अस्पताल लाया गया। जहां रास्ते में ही पांच लोगों की और मौत हो गई। वहीं बचे चार लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद सामुदायिक अस्पताल से जिला अस्पताल रेफर किया गया, इसमें से एक गंभीर व्यक्ति ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया।