जगदलपुर। दंतेवाड़ा-नारायणपुर की सीमा पर बीते दिनों थुलथुली की पहाड़ियों पर सुरक्षाबल के साथ हुए मुठभेड़ में 31 नक्सलियों की मौत के बाद अब घायल 3 नक्सलियों की मरने की खबर आ रही है। इस तरह मुठभेड़ में मरने वाले नक्सलियों की संख्या 34 पहुंच चुकी है। वहीं 6-7 और नक्सली घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें उपचार नहीं मिल पा रहा है।
दरअसल, मुठभेड़ स्थल पर कुछ मीडियाकर्मी पहुंचे हुए थे। इसी दौरान थुलथुली और गावड़ी के ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने जंगल में नक्सलियों को अपने 3 साथियों के शवों को जलाते हुए देखा है। वहीं दूसरी ओर दंतेवाड़ा एसपी गौरव रॉय ने भी कहा है कि सोमवार को 3 नक्सलियों के शव जलाने की खबर मिली है, लेकिन वे इसकी पुष्टि अभी नहीं कर सकते। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
जानिए क्यों साथ नहीं ले जा सके साथ
बताया जाता है कि मुठभेड़ स्थल पर करीब 60 नक्सलियों का जमावड़ा था। ऐसे में मारे गए नक्सलियों की संख्या शेष बचे नक्सलियों से ज्यादा हो गई थी। एक नक्सली के शव को ठिकाने लगाने के लिए कम से कम दो लोगों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में नक्सली चाहकर भी मारे गए साथियों के शवों को साथ नहीं ले पाए। जवानों के भारी पड़ने पर मौके से भाग निकलने में ही उन्होंने अपनी भलाई समझी।
बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबल के साथ मुठभेड़ में 8-10 नक्सली घायल हुए हैं, जिनमें से 3 की मौत हो चुकी है। वहीं जो शेष हैं, उन्हें उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। ऐसे में इनमें से भी कुछ की मौत से इंकार नहीं किया जा सकता। यदि ऐसा होता है तो मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
कमांडर कमलेश भी हुआ घायल
एसपी गौरव रॉय के अनुसार, मुठभेड़ में दंडकारण्य कमेटी सदस्य व 5 राज्यों में मोस्ट वांटेड नक्सली लीडर कमलेश के घायल होने का अंदेशा है, क्योंकि स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य नीति उर्फ उर्मिला के साथ मौके पर उसके भी होने की चर्चा थी। संभवतः कमलेश घायल होने के बाद अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग निकलने में सफल हो गया। उसके घायल होने की वजह से भी नक्सली कमजोर पड़ गए।