रायपुर। कांग्रेस छोडक़र भाजपा में आई राधिका खेरा ने सोमवार को महिला सुरक्षा-रेप पर एक बार फिर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान आपबीती सुनाई, और कहा कि कांग्रेस के नेता अपने घर की महिलाओं को न्याय नहीं दिला पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें महिला सुरक्षा पर बोलने का कोई हक नहीं है। राधिका खेरा ने संचार विभाग के मुखिया सुशील आनंद शुक्ला पर आरोप लगाया कि पहले भी महाराष्ट्र के मीडिया प्रभारी से बदसलूकी की थी, लेकिन पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की। एकात्म परिसर में राधिका खेरा ने मीडिया से चर्चा में पिछले दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के रायपुर की पत्रकारवार्ता में साय सरकार पर महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पाने के आरोपों का तीखा पलटवार किया। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बीच अपने साथ घटित प्रकरण की विस्तार से जानकारी दी।
राधिका खेरा ने कहा कि कांग्रेस के नेता खुद महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं। उनसे अपना घर नहीं संभल रहा है, और अपने घर की महिलाओं तक को न्याय नहीं दे पा रहे हैं। राधिका खेरा ने कहा कि जिस सुशील आनंद शुक्ला के साथ बैठकर सुप्रिया श्रीनेत भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही हैं वो सुशील आनंद खुद अपनी पार्टी की महिला से दुव्र्यवहार कर चुके हंै, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
राधिका खेरा ने कहा कि वे छात्र राजनीति से आई थी, और छत्तीसगढ़ के चुनाव के लिए उन्हें कांग्रेस हाईकमान ने मीडिया प्रभारी बनाकर भेजा गया था। वो पहले भी तीन चुनाव में यहां काम कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान अपने साथ घटित प्रकरण को फिर दोहराया, और कहा कि सुशील आनंद शुक्ला पिछले चुनाव में महाराष्ट्र के मीडिया प्रभारी अतुल पाटिल के साथ भी दुव्र्यवहार किया था। उसकी भी मैं गवाह थी। राधिका खेरा ने कहा कि राजीव भवन में जब मेरे साथ सुशील आनंद शुक्ला ने बदसलूकी की, तो मैंने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को घटना की जानकारी दी थी। पूर्व सीएम ने उल्टे मुझे ही छत्तीसगढ़ छोडक़र चले जाने के लिए कहा। मेरे साथ बदसलूकी हुई, तो उस वक्त कमरे में नितिन भंसाली और सुरेन्द्र वर्मा भी थे। राधिका खेरा ने कहा कि घटना की सीसीटीवी फुटेज की मांग की, तो पता चला कि कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के कहने पर सभी सीसीटीवी को निकलवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजीव भवन में सीसीटीवी भी नहीं है।
राधिका खेरा ने यह भी खुलासा किया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रहते हुए टैक्सी से होटल आती-जाती थीं। एक दिन टैक्सी चालक ने कहीं और ले जाने की कोशिश की, लेकिन मैंने चिल्लाकर गाड़ी रूकवाई, फिर गुरुद्वारा में चली गई। वहां लोगों ने मदद की। बाद में कंपनी ने चालक के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन कांग्रेस सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार गुंडा और महिला विरोधियों की सरकार रही है। ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बोलने का कोई हक नहीं है।