रायपुर। शेयर बाजार में मुनाफे का लालच देकर ठगी करने का मामला सामने आया है। इस मसले को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी दुर्ग जिले के रहने वाले हैं। दरअसल, इन दोनों ने डॉक्टर प्रकाश गुप्ता से 75 लाख रुपए की ठगी की थी। दोनों आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों के 80 थानों में FIR दर्ज है।
बता दें, पुलिस को आरोपियों के पास से 4 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 7 डेबिट कार्ड, 10 कार और बैंक खाते में 8 लाख रुपये मिले हैं। ठगी की वारदात को अंजाम देने वालों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर और बैंक से जुड़ा साथी शामिल है।
डॉक्टर प्रकाश गुप्ता कहां के रहने वाले हैं
पीड़ित डॉक्टर प्रकाश गुप्ता हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी टाटीबंध आमानाका के रहने वाले हैं। इनके पास से रिटायर्ड सिविल सर्जन शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा देने के नाम से 74.49 लाख रुपए की ठगी की गई है। जिसकी रिपोर्ट 16 जुलाई को साइबर थाने में दर्ज करवाई गई। रिपोर्ट के आधार पर धारा 420 और 34 IPC के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरोपियों के बैंक खाते और मोबाइल नंबर खंगाले गए
पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने रेंज साइबर थाना की टीम को निर्देश दिए। निर्देशनुसार कार्रवाई करते हुए आरोपियों की तरफ से उपयोग किए जा रहे बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जानकारी ली गई। इसके बाद पता चला कि, आरोपी आशीष साहू ने अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाकर अपने साथी आरोपी विकास चंद्राकर को दिया था। बैंक खातों में प्रार्थी से 25 लाख रुपए जमा करवाए गए थे। बैंक खातों के एवज में विकास चंद्राकर ने कमीशन के रूप में 3.70 लाख रुपए आशीष को दिया था।
80 पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट
भिलाई के रहने वाले आरोपी विकास चंद्राकार पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। यह वर्चुअल नंबर का प्रयोग करता है और अन्य लोगों से बैंक खाते किराया में लेकर ठगी की रकम जमा करवाता था। इन बैंक खातों में अलग-अलग राज्यों के कुल 80 पुलिस थाना और साइबर सेल मे रिपोर्ट दर्ज की है। विकास चंद्राकर के खुद 10 से अधिक बैंक खातों के बारे में बताया है। हालांकि अब दोनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।