रायगढ़ में आयोजित किए जा रहे 39वें चक्रधर समारोह में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक दिखेगी। समारोह में देश के ख्यातिलब्ध कलाकार शास्त्रीय नृत्य और लोक संगीत की प्रस्तुति देंगे। समारोह में भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी, मोहिनीअट्टम, मणिपुरी नृत्य के साथ-साथ असमिया नृत्य, ओडिशी, मणिपुरी नृत्य विधाओं की मनमोहक प्रस्तुति होगी। पद्मसुहेमा मालिनी, और पद्मदेवयानी और मीनाक्षी शेषाद्रि शास्त्रीय नृत्यों की विशेष प्रस्तुति देंगी। असम के कलाकार बिहू नृत्य की प्रस्तुति भी देंगे। साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी अपनी लोक कला और संस्कृति दिखाने का अवसर मिलेगा।
समारोह में भूपेंद्र बरेठ, पूर्णाराउत, सुदीपान्निता सरकार, पदम् रंजना गौहर, सुजया दीवान, सुधरित्री सिंह चौहान, शैंकी सिंह, गजेंद्र पंडा, सुआर्या नंदे, सुनित्या खत्री, बासंती वैष्णव एवं ज्योतिबोहिरदार, सुसौम्या नामदेव, सुविधि सेन गुप्ता, सुदीपमाला सिंह, उपासना भास्कर की प्रस्तुति भी होगी। समारोह में सुुदीक्षा घोष, सुअवंतिका विश्वकर्मा, डॉ आरती सिंह, डॉ.जी रथीस बाबू, सुशार्वी केशरवानी, सुभद्रा सिन्हा, लकी मोहंती, सुमृदु स्मिता दास, सुविद्या प्रदीप एवं साथी, सुशाश्वती बनर्जी, कृष्ण भद्र नंबूदरी, डॉ रघुपत रूनी श्रीकांत, सुपौशाली चटर्जी, आलोक श्रीवास, सुपलक देवांगन, सुभूमिसूता मिश्रा, सुवेदिका शरण, सुमाया कुलश्रेष्ठ अपनी नृत्य प्रस्तुति देंगी।
वही सरोद वादन में सौगत गांगुली, फ्यूजन के तहत तबला, संतूर, सितार में जीतू शंकर और ग्रुप, अकार्डियन वादन में तपसीर मोहम्मद एवं साथी, बांसुरी और तबला वादन में राकेश चौरसिया, सितार वादन में सुअनुष्का सोनी, तबला वादन में अंशु प्रताप सिंह, संतूर तबला वादन में राहुल शर्मा एवं रामकुमार मिश्रा के वाद्य यंत्रों से पूरा मंच से गुंजायमान होगा।
छत्तीसगढ़ी लोक नर्तक दल भी देंगे प्रस्तुति
करमा लोक नृत्य में मनिहर भगत मनमोहक प्रस्तुति देंगे। इसी प्रकार इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा राज्य में प्रचलित विविध छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य की प्रस्तुति एवं पद्मअनुज शर्मा द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकगायन के साथ ही छत्तीसगढ़ की पारंपरिक गेड़ी लोक नृत्य की प्रस्तुति अनिल कुमार गढ़ेवाल द्वारा की जाएगी। हुतेन्द्र ईश्वर शर्मा छत्तीसगढ़ी नृत्य संगीत में अपनी प्रस्तुति देंगे।