सदन में गूंजा DMF का मुद्दा, मंत्री नेताम ने पिछली सरकार पर लगाया आरोप, कहा…

रायपुर। आज विधानसभा बजट सत्र के 11वें दिन सदन में सबसे पहले बस्तर में DMF से मिली राशि का मुद्दा गरमाया। कांग्रेस विधायक ने सवाल किया कि शासी परिषद की बैठक में उनकी बातों को कितनी गंभीरता से लिया जाएगा। इस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी के जवाब पर सदन में मौजूद विधायकों की हंसी फूट पड़ी।

जिला खनिज फाउंडेशन से बस्तर में स्वीकृत कार्यों को लेकर कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने सवाल उठाया, जिसपर मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि, बस्तर में 34 करोड़ का कार्य को स्वीकृत किया गया है। साथ ही कहा कि, राज्य स्तर से कोई काम अस्वीकृत नहीं किया गया है।

DMF को लेकर पिछली सरकार पर लगे आरोप

मंत्री रामविचार नेताम ने पिछली सरकार पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बताया कि, पिछली सरकार में मंत्रियों ने DMF के नाम पर गड़बड़ी की है। जो मंत्रियों ने गड़बड़ी की, उसकी जांच होनी चाहिए।

पुरानी बैठक में स्वीकृत कार्यों का क्या होगा

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पूछा कि, शासी परिषद की पुरानी बैठक में स्वीकृत कार्यों का क्या होगा। पुरानी बैठकों में स्वीकृत काम माने जाएंगे यान नहीं? इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि आने वाली कार्ययोजना के लिए बैठकें की जा रही हैं। कार्यों की समीक्षा के लिए भी कहा गया है।

कलेक्टर कार्यों के निरस्त के लिए कहां शिकायत करें

नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कलेक्टरों के कार्यों को लेकर पूछा कि, अगर कलेक्टर कार्यों को निरस्त करें तो कहां शिकायत करें। इसके बाद जवाब देते हुए मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि, मुख्यमंत्री या फिर जिले के प्रभारी को जानकारी दी जा सकती है।

6 काम स्वीकृत हुए थे…उसे निरस्त कर दिया- विधायक लखेश्वर

कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने सदन में जानकारी देते हुए कहा कि, बस्तर कलेक्टर के 6 काम स्वीकृत हुए थे। उसे निरस्त कर दिया गया है। जवाब देते हुए मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि, कलेक्टर को शासी परिषद में मंजूरी लेना जरूरी है।

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