मुंगेली : बिलासपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा लोरमी एवं मुंगेली के लिए चार जून को सुबह आठ बजे से शासकीय कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय चातरखार में मतगणना की जाएगी। इस संबंध में शुक्रवार को जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में गणना सुपरवाइजरों, सहायक एवं माइक्रो आब्जर्वर को मतगणना के द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल देव ने कहा कि मतगणना में किसी भी प्रकार का गलती की गुंजाइश निर्वाचन आयोग नहीं देता है। प्रत्येक चरण में पारदर्शिता रखी जाती है। निर्वाचन आयोग के नियमानुसार जिन इवीएम मशीनों से मतदान कराया गया है, उसी मशीनों का काउंटिंग टेबल अनुसार कराया जाएगा।
इस प्रशिक्षण को गंभीरता पूर्वक लेते हुए मतगणना संबंधी बारीकियों को समझ लें, ताकि मतगणना के समय किसी प्रकार की समस्या नहीं हो। कलेक्टर ने कहा कि मतगणना के लिए जितने अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी अनुभवी है, अपने अनुभव का लाभ लेते हुए निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ कार्य करेंगे और मतगणना कार्य को सफल बनाएंगे। यदि कोई समस्या आती है, तो वहां सहयोग के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त आब्जर्वर एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी मेनका प्रधान ने मतगणना स्थल पर प्रेक्षक की भूमिका एवं मतगणना संबंधी सभी बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी। मुंगेली एआरओ पार्वती पटेल ने बताया कि 19 चक्रों में लोरमी एवं 20 चक्रों में मुंगेली के मतों की गणना होगी। लोरमी एआरओ गिरधारी लाल यादव ने बताया कि दोनों विधानसभाओं के लिए 14-14 टेबल लगाए गए हैं। प्रशिक्षण के दौरान जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर संजय सोनी एवं मोहन उपाध्याय ने प्रत्याशी व उनके अधिकृत प्रतिनिधि और मतगणना अभिकर्ता, वीवीपेट की गणना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और मतगणना से संबंधित शंकाओं का समाधान भी किया।