रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा, “जब लोग बैलेट पेपर से वोट करते थे तो चुनाव आयोग 24 घंटे के अंदर वोटिंग प्रतिशत का डेटा जारी कर देता था। आज डिजिटल युग में चुनाव आयोग 8-10 दिन बाद भी डेटा नहीं देता और जब देता है तो प्रतिशत 6-8% बढ़ जाता है। इसका मतलब है कि चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण है।”