गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। बिलासपुर संभाग के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के सेमदर्री गांव में टीकाकरण के बाद एक मासूम की 4 सितंबर को मौत हो गई थी। मामले में अब स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने AEFI जिला समिति की बैठक बुलाई और मामले में जांच समिति का गठन किया है। डॉक्टरों की पांच सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है। यह टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।
- पांच सदस्यीय जांच टीम गठित
- डॉ. के के सोनी जिला टीका करण अधिकारी
- डॉ. अनिस ताम्रकार शिशु रोग
- मरवाही BMO हर्षवर्धन
- डॉ. एस के सिन्हा जिला सर्विलेंस अधिकारी
- अरविंद सोनी, कार्यक्रम प्रबंधक
जांच टीम का गठन होने के बाद सभी सदस्य मृतक बच्चे के घर पहुंचे। परिवार से बच्चे के विषय और परिवार के अन्य सदस्यों से जानकारी ली, बच्चे के खान पान और मां के द्वारा किस तरह से रखरखाव किया गया। टीम टीका की सारी जांच कर रही है।
बता दें कि 3 सितंबर को सेमरदर्री पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र में 6 बच्चों का टीकाकरण किया गया था, जिसमें 1।5 माह की बच्ची माता प्रमिला पिता सरवन निवासी सेमरदरी विकासखण्ड मरवाही की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है कि टीकाकरण होने के बाद ही बच्ची की स्थिति ऐसी बिगड़ी की उसकी मौत हो गई।
इस मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी के।के सोनी ने बताया कि बच्चे की मौत का कारण जांच के बाद ही पता चल पायेगा। उस दिन जितने भी बच्चों को टीका लगा वो एकदम स्वस्थ हैं, इसलिए टिके से मौत की संभावना नहीं है।