रायपुर। अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तारीख अब कुछ ही दिन शेष रह गए है। ऐसे में देश के अलग-अलग शहर से लोग आयोध्या जानें की योजना बना रहे है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के एक रामभक्त मेहुल राम लल्ला के दर्शन करने उलटे पैर चलते हुए अयोध्या रवाना हो गया है।
आज मेहुल रायपुर पहुंचे हुए है। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की रूपरेखा तय हो गई है। बता दें मुंबई की शबनम शेख भी मुंबई से अयोध्या लगभग 1400 किमी की दूरी पैदल ही तय करेगी।
गौरतलब है कि 22 जनवरी, 2024 को मुख्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा लेकिन उससे पहले ही कई तरीके के पूजा-पाठ और अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। 15 जनवरी को रामलला के विग्रह (रामलला के बालरूप की मूर्ति) को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
16 जनवरी से विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान भी शुरू हो जाएगा, जो कि प्राण प्रतिष्ठा का पहला कार्यक्रम है। फिर 17 जनवरी को रामलला के विग्रह को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाएगा। इसके बाद 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा की विधि प्रारंभ होगी और 19 जनवरी को यज्ञ अग्नि की स्थापना की जाएगी। 20 जनवरी को गर्भगृह को 81 कलश सरयू जल से धोने के बाद वास्तु की पूजा होगी। 21 जनवरी को रामलला को तीर्थों के 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा। आखिर में 22 जनवरी को मध्यान्ह मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस मौके पर पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे। देश-विदेश से बड़ी संख्या में वीवीआईपी मेहमान भी उपस्थित रहेंगे।