रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल नौतपा अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। पिछले एक सप्ताह से झुलसाने वाली गर्मी के कारण अब तक अलग-अलग जिलों में 11 लोगों की मौते हो चुकी है। शुक्रवार को बलौदाबाजार के भैंसा में काम करके लौट रहे एक मनरेगा मजदूर ने दम तोड़ दिया। वहीं दूसरी ओर जांजगीर -चांपा में सूरज के तपिश के बीच 4 लोगों की मौत हो गई, इनमें से 2 ट्रक ड्राइवर, 1 ट्रक हेल्पर और एक किसान हैं। इतना ही नहीं नौतपा के बीच दूसरी ओर अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। अस्पतालों में बुखार, उल्टी दस्त, डिहाइड्रेशन के मरीज आ रहे हैं।
सरगुजा में लू से चार दिन में 71 लोग बीमार
जिला अस्पताल की ओपीडी में 300 से अधिक मरीज आ रहे हैं। यहां डिहाइड्रेशन के 30 मरीज भर्ती है। जांजगीर-चांपा जिला अस्पताल में 350 से अधिक लोग आ रहे हैं। यहां लू से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। सरगुजा में लू से चार दिन में 71 लोग बीमार हुए हैं। दुर्ग के सिविल अस्पताल तीन दिन में 300 से ज्यादा मरीज आए हैं। कोरबा मेडिकल कॉलेज में एक हफ्ते में लू के नौ मरीज आए हैं।
सीएम साय ने लोगों से की अपील
हालांकि इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों से अपना ध्यान रखने और बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की है।
डिहाइड्रेशन और हार्ट अटैक से चमगादड़ों की मौत सूरजपुर
पुराने चिकित्सालय परिसर में गुरुवार शाम को पेड़ में लटके दो दर्जन से अधिक चमगादड़ों की मौत हो गई है। इन सभी की मौत हार्ट अटैक से मौत हुई है।