रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार दसवीं और बारहवीं के नतीजे 10 मई तक घोषित करने की तैयारी की है। इस सिलसिले में मंडल चेयरमैन रेणु पिल्ले ने मूल्यांकन केन्द्राध्यक्षों से लगातार चर्चा कर रही हैं, और मूल्यांकन की स्थिति का जायजा ले रही हैं। लोकसभा चुनाव की वजह से बोर्ड परीक्षा के नतीजों में किसी तरह का विलंब न हो, इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने रणनीति बनाई है। खुद मंडल चेयरमैन श्रीमती पिल्ले वीडियो कांफ्रेंस कर केन्द्राध्यक्षों को सख्त हिदायत दी है।
प्रदेश में दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं होली के पहले हो चुकी हैं। कुल मिलाकर 7 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। अब इसका मूल्यांकन तेजी से चल रहा है। परीक्षा के नतीजे जल्द से जल्द घोषित करने के लिए व्यापक रणनीति बनाई गई है। मूल्यांकन दो चरणों में शुरू हुआ। पहले चरण में मूल्यांकन 23 मार्च और दूसरे चरण में 31 मार्च को मूल्यांकन किया गया। कुल मिलाकर 36 केन्द्र बनाए गए हैं। 32 लाख उत्तरपुस्तिकाओं की जांच का काम चल रहा है। मूल्यांकन में करीब 18 हजार शिक्षक लगे हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक अब तक 85 से 90 फीसदी मूल्यांकन का काम पूरा हो चुका है। 14 अप्रैल तक मूल्यांकन को खत्म करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद नतीजे घोषित करने का शुरू होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि हर हाल में 10 मई के पहले दसवीं और बारहवीं के नतीजे घोषित किए जाएंगे। बताया गया कि मंडल चेयरमैन ने विशेषकर बारहवीं के विद्यार्थियों को अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का पूरा मौका मिले, और परीक्षा में शामिल हो सके, इसलिए नतीजे जल्द से जल्द घोषित करने के लिए निर्देश दिए हैं। वैसे भी ज्यादातर प्रतियोगी परीक्षा नीट, पीईटी, प्री-एग्रीकल्चर टेस्ट, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं मई के आखिरी हफ्ते से शुरू होकर जून तक चलता है। परीक्षा नतीजे जल्द घोषित होने से विद्यार्थियों को तैयारी का पूरा समय मिलेगा।