बलौदा बाजार में 10 जून को सतनामी समाज का आंदोलन उग्र हो गया। आंदोलनकारियों ने शहर में जमकर आगजनी की। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर और एसपी ऑफिस में तोड़फोड़ और आगजनी की। इस दौरान उन्होंने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हिंसक भीड़ ने प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस पर पथराव किया। इसकी वजह से कई अधिकारी घायल हो गए। वहीं सतनामी समाज के धर्मगुरु और भाजपा विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने बलौदाबाजार हिंसा की निंदा की है।
गुरु खुशवंत साहेब ने सतनामी समाज के लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि घटना में समाज के लोग शामिल नहीं है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन में कुछ असामाजिक तत्व घुस आए थे, जिन्होंने तोड़फोड़ और आगजनी की।
गुरु खुशवंत साहेब ने समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज अहिंसा का पुजारी है। बाबा गुरु घासीदास के संदेश सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलता है। उन्होंने कहा कि कोई न कोई असामाजिक तत्व भीड़ में घुसे और उपद्रव का काम किया, समाज को बदनाम करने का काम किया हैं। उन्होंने आंदोलनकारियों से आग्रह किया कि संविधान जिंदा है, संविधान से मांग पूरी होगी। उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।